Jodhpur// श्रीराम जानकी सर्वजातीय विवाह समारोह में 23 बेटियों के किये हाथ पीले, आशीर्वाद देने उमड़े सर्व समाज के प्रबुद्धजन

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Jodhpur// श्रीराम जानकी सर्वजातीय सामूहिक विवाह समारोह में सर्व हिंदू समाज की 23 बेटियों के किये हाथ पीले, आशीर्वाद देने उमड़े सर्व समाज के प्रबुद्धजन

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सेवा भारती समिति जोधपुर की ओर श्रीराम जानकी सर्वजातीय सामूहिक विवाह समारोह 2025 का आयोजन रविवार को विक्रम संवत् 2081 बसंत पंचमी के पावन दिवस पर आदर्श विद्या मंदिर केशव परिसर, कमला नेहरू नगर में आयोजित हुआ। जानकी सर्वजातीय सामूहिक विवाह समारोह में सर्व हिंदू समाज के 23 जोड़े परिणय सूत्र में बंधकर सात जन्मों तक साथ रहने का वचन निभाया।

समिति के प्रचार प्रमुख महेश सारस्वत ने बताया कि विवाह समारोह में 23 जोड़े परिणय सूत्र में बंधकर सात जन्मों तक साथ रहने का वचन निभाया। समारोह में सर्व हिंदू समाज के लोग सम्मिलित हुए। सभी ने साथ बैठकर भोजन किया। सामूहिक विवाह सम्मेलन में पाणिग्रहण से पहले सामूहिक मंत्रोच्चार के साथ गणेश पूजन का कार्यक्रम हुआ। वर-वधू पर सेवा भारती की महिला कार्यकर्ताओं ने पुष्प वर्षा की। इस दौरान बड़ी संख्या में वर-वधू पक्ष के लोगों के साथ ही समाज के गणमान्य लोग भी उपस्थित रहे। तोरण के बाद सभी जोड़े मंच पर पहुंचे, जहां एक एक कर सभी के वरमाला संस्कार का आयोजन हुआ। सेवा भारती समिति जोधपुर के अध्यक्ष अशोक अग्रवाल ने बताया कि पूज्य संतों के सानिध्य में आयोजन हुआ। विवाह समारोह में मुख्य वक्ता राष्ट्रीय सेवा भारती के अखिल भारतीय स्वावलंबन प्रमुख विनोद कुमार बिड़ला ने संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के संस्थापक डॉ.केशवराव बलिराम हेडगेवार साहब ने समरस हिन्दू समाज का स्वप्न संजोया था। पूरा संघ परिवार अपनी अपनी तरह से उसे साकार करने का प्रयास कर रहा है। सेवा भारती समिति की इसमें बड़ी भूमिका है।वंचितों को शिक्षा व स्वावलम्बन जैसे सेवा के अनेक कार्यों के साथ ही सेवा भारती प्रति वर्ष श्रीराम जानकी सर्वजातीय सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन करके समाज में लोगों को कई प्रकार के संदेश देते हैं कि समाज में वंचित व गरीब वर्ग के लोग भी अकेले नहीं हैं।

समाज व संगठन उनके साथ खड़ा है। सर्व समाज को समरस होना है। प्रत्येक वर-वधू को भी अब सामाजिक समरसता के लिए काम करने का संकल्प लेना है।श्रीराम जानकी सर्वजातीय जातीय सामूहिक विवाह समारोह समिति के अध्यक्ष निर्मल गहलोत ने कहा कि सामाजिक एकता का अर्थ है जाति, धर्म, वर्ण से ऊपर उठकर एक साथ रहना। सामाजिक एकता विपरीत परिस्थिति में भी एक दूसरे को मदद करने के लिए प्रेरित करता है। एकजुट रहना, मजबूत रिश्ते और मजबूत समाज के निर्माण में एकता विशेष महत्व रखता है। विभिन्नता से परिपूर्ण देश के लिए सामाजिक एकता महत्वपूर्ण अंग है। सामाजिक एकता और समरसता प्रत्येक व्यक्ति तथा समाज में जागृत हो सके इसलिए एक दूसरे के लिए सहायता एवं समर्थन के लिए आगे आए। समिति के महामंत्री राजेंद्र पालीवाल ने कहा कि श्रीराम जानकी सर्वजातीय सामूहिक विवाह सम्मेलन समाज में परस्पर प्रेम और बन्धुत्व के भाव को प्रगाढ़ करते हुए भारतीय संस्कृति को आत्मसात करने की प्रेरणा देते हैं सामूहिक विवाह समारोह के दौरान सामाजिक एवं आर्थिक विषमता के समस्त भेदभाव को समाप्त कर एक छत के नीचे समान भाव से विवाह बंधन में बांधना अपने आप में ही अनोखा काम है। समिति के उपाध्यक्ष नथमल पालीवाल ने बताया कि सभी बाराते जूना खेड़ापति हनुमानजी मंदिर से रवाना होकर आखलिया चौराह होते हुए विवाह स्थल केशव परिसर में पहुंची। इस दौरान विभिन्न स्थानों पर सर्व समाज के पदाधिकारियों की ओर से बारातियों का स्वागत किया गया। वर-वधू को चांदपोल रामद्वारा के रामस्नेही संत हरिराम शास्त्री व आमेट रामद्वारा के संत मुमुक्षु राम महाराज ने आशीर्वाद दिया। कोषाध्यक्ष वरूण धनाडिया ने कहा कि एक स्थान पर अलग-अलग जातियों व वर्गों के वर वधुओं का एक साथ विवाह वह भी नाममात्र खर्च पर, वास्तव में सभी के सहयोग से एक अनुकरणीय प्रयास है।
सेवा भारती समिति के मंत्री मोहनलाल करवा व सह मंत्री जितेंद्र गौड ने बताया कि विधिविधान हिन्दू रीतिरिवाज के वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ 23जोड़े परिणय सूत्र में बंधे। समारोह के मुख्य पंडित राजेश दवे ने सभी वर वधू को नशामुक्त, बेटी बचाओ व समाजसेवा की शपथ दिलवाई।

वहीं सर्व जातीय सामूहिक विवाह समारोह में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ व सेवा भारती समिति, श्रीराम जानकी सर्वजातीय जातीय सामूहिक विवाह समारोह समिति से जुड़े हजारों कार्यकर्ता ने व्यवस्थाओं को इस प्रकार से संभाला कि विवाह समारोह में बाराती बनकर आए मेहमानों को हर वो सुविधाएं उपलब्ध करवाई जो घरेलू विवाह में होती है‌। मेहमानों ने व्यवस्था को देखकर कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ाते हुए तारीफ की‌। महिला कार्यकर्ताओं ने तन-मन-धन से सहयोग करके मातृशक्ति की प्रबल सामर्थ्य का उदाहरण प्रस्तुत किया। वही समारोह में सहयोग देने से सम्पन्न लोगों में समर्पण भाव जागा और उन्होंने सादगी का संदेश भी दिया।

जोधपुर से दिनेश गोयल की रिपोर्ट

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