BANSWARA // बागीदौरा विधायक की गिरफ्तारी के 20 दिन बाद बीएपी ने तोड़ी चुप्पी, भाजपा और एसीबी पर रचा गया षड़यंत्र बताकर उठाए गंभीर सवाल

BANSWARA – बांसवाड़ा के बागीदौरा विधायक जयकृष्ण पटेल के 20 लाख रुपए रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तारी के 20 दिन बाद शुक्रवार को बीएपी ने पक्ष रखा। सर्किट हाउस में पत्रकार वार्ता में बीएपी सांसद राजकुमार रोत ने इस कार्रवाई को बीएपी के प्रभाव को खत्म करने का प्रयास बताया। उन्होंने कहा कि हम विधायक के खिलाफ एक्शन लेने वाले थे लेकिन बांसवाड़ा भाजपा पदाधिकारियों ने जो माहौल बनाया, इससे लगा कि यह प्री-प्लान था।

सजा नहीं होने तक पोस्टर, बैनर नहीं लगा सकता लेकिन सरकार के बूते दबाने का काम कर रहे हैं। भाजपा न्यायालय नहीं है। भाजपा चाहती है कि सदस्यता रद्द हो, ताकि बागीदौरा में दोबारा उप चुनाव हो। मालवीयाजी के पहले वाले और अब वाले आत्मविश्वास में रात-दिन का अंतर है। वो खुद भी दुखी है। जिस पार्टी ने उन्हें जेल में डालने की पूरी तैयारी कर ली थी उनके साथ काम कर रहे हैं।
पूर्व जिलाध्यक्ष लाभचंद पटेल का मालवीया के खिलाफ लिखे पत्र को हमारे कार्यकर्ता ने ग्रुप में डाला तो थाने लाकर मारपीट करवा रहे हैं। बीएपी के राष्ट्रीय सदस्य कांतिलाल रोत ने कहा कि हम जन आक्रोश रैली निकालना चाहते थे लेकिन स्वीकृति नहीं दिखी पर प्रशासन को यह याद रखना चाहिए कि कल को अगर हम किसी पार्टी के साथ सरकार में भागीदारी निभाएंगे जो कलेक्टर एसपी हमें स्वीकृति नहीं दे रहे हैं उसे समय हम भी देख सकते हैं कि तब उनका क्या हश्र होगा जिला अध्यक्ष प्रभु लाल बजने कहा कि भाजपा सत्ता में है फिर भी विधानसभा वार हम प्रदर्शन कर रहे हैं।
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बांसवाड़ा से मुकेश पाटीदार की रिपोर्ट