JAIPUR // विधायक डॉ. कैलाश वर्मा का कांग्रेस पर बड़ा हमला, कहा – फोन टैपिंग और महिलाओं का अपमान कांग्रेस की पहचान

राजस्थान विधानसभा के माननीय अध्यक्ष वासुदेव देवनानी पर कांग्रेस के बड़बोले अध्यक्ष डोटासरा ने सदन में लगाए गए कैमरों को लेकर जो बयान दिया है वो निंदनीय है। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकारों के समय में जासूसी, फोन टैपिंग एवं महिलाओं के सम्मान का जो चीर हरण किया गया वो जनता से छिपा हुआ नहीं है। विगत कांग्रेस सरकार के समय अशोक गहलोत ने अपने ही विधायकों एवं मंत्रियों के फोन टैप करवाए। आज भी उनके विशेषाधिकारी रहे लोकेश शर्मा बार बार मीडिया को इस विषय में अवगत कराते रहते हैं।
साथ ही कांग्रेस के समय में मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारियों के माध्यम से अपने ही कांग्रेस विधायकों के निजी कामकाज, विधायकों के ठेकेदारी फर्मों की जानकारी, पारिवारिक गतिविधियों पर निगरानी रखते हुए जासूसी की जाती थी। जिससे कांग्रेस विधायकों को यथा समय दबाया जा सकें। इसलिए कांग्रेसी नेताओं के मन से अभी भी अपने कार्यकाल की काली करतूतें जासूसी, फोन टैपिंग दिमाग से निकल नहीं रही है। आज कांग्रेस पार्टी के नेता मातृशक्ति के सम्मान की बात करते हैं।
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राजस्थान विधानसभा के इसी सदन में उनके नेता राजस्थान को मर्दों का प्रदेश बताते हुए मातृशक्ति का अपमान करते थे एवं इनके नेताओं ने किस प्रकार से मातृशक्ति का अपमान किया है वह जगजाहिर है। आज संवैधानिक पद पर विराजमान राजस्थान विधानसभा के माननीय अध्यक्ष वासुदेव देवनानी पर कैमरे लगाकर महिला विधायकों को “चैंबर में बैठकर देखने का आरोप” लगाते शर्म आनी चाहिए। कांग्रेस के अध्यक्ष एवं नेता प्रतिपक्ष ने अमर्यादित बयान देकर अपनी ही पार्टी की महिला विधायकों की गरिमा को खत्म करने का काम किया है। मेरा तो कांग्रेस पार्टी की महिला विधायकों से भी निवेदन है कि वो इस विषय पर अवश्य चिंतन करें कि कांग्रेस पार्टी में सुरक्षित भी है या नहीं। राजस्थान के वरिष्ठ नेता एवं सदन के माननीय अध्यक्ष को लेकर दिए गए बयान पर कांग्रेस पार्टी को माफी मांगनी चाहिए।
बगरू से ओमप्रकाश की रिपोर्ट