TONK // टोंक में धर्म सभा में आचार्य वर्धमान सागर बोले– व्यसन और फैशन से दूर रहकर धर्मधारण करें

टोंक में वर्तमान भौतिक युग में व्यसन, फैशन, दूषित खानपान ,रहन-सहन वेशभूषा का देव शास्त्र और गुरु के समक्ष ध्यान रखना जरुरी है। प्रतिदिन देव दर्शन करना, पानी छानकर पीना और रात्रि भोजन नहीं करना यह जैन धर्म के प्रमुख सिद्धांत हैं। यह मंगल देशना आचार्य वर्धमान सागर महाराज ने टोंक नगर में आयोजित धर्म सभा में महती उपस्थिति में प्रकट की।

राजेश पंचोलिया के अनुसार आचार्य श्री ने एक श्लोक की विवेचना कर बताया कि प्रतिदिन आप कैसे चलते हैं ,कैसी चेष्टा करते हैं ,कैसे बैठते हैं ,कैसे सोते हैं ,कैसे बोलते हैं जिससे इन कार्यों से आपका पाप का बंध आश्रव नहीं हो इसका कभी किसी ने चिंतन नहीं किया। बहुत ही कठिनाई से अर्जित पुण्य से तीर्थंकरो का जैन मनुष्य भव मिला है जिसमें तीर्थंकरों द्वारा प्रतिपादित धर्म की वाणी गुरुजनों से सुनने को मिल रही है।

प्रभव सागर ने प्रवचन में बताया कि भगवान के दर्शन अभिषेक पूजन जैसे द्रव्यों और जिस भाव से करते है उस अनुसार फल पुण्य या पाप सुख या दुःख अर्जित होता हैं।आचार्य श्री जब से संघ सहित विराजित हैं प्रतिदिन राजस्थान की अनेक जिलों बूंदी भीलवाड़ा ,कोटा ,और अन्य राज्यो से सैकड़ों की संख्या में भक्त पधारकर धर्म लाभ ले रहे हैं।
https://www.facebook.com/profile.php?id=61566375107356
टोंक से अशोक शर्मा की रिपोर्ट
TONK // टोंक में कांवड़ यात्रा से दिया सामाजिक समरसता का संदेश
CHITTORGARH // दिल्ली का तस्कर चित्तौड़गढ़ में डोडाचूरा के साथ गिरफ्तार