Prayagraj// 4 मुख्य स्नान पर किला घाट से संगम तक चलेंगी नाव, CM योगी ने मौनी अमावस्या पर 10 करोड़ श्रद्धालु आने की संभावना जताई

पौष पूर्णिमा और मकर संक्रांति पर किला घाट से नावों का संचालन रोक दिया गया था। इसका नाविकों ने विरोध किया। अब 4 मुख्य स्नान बचे हैं। नाविकों के विरोध को देखते हुए मेला प्रशासन बैकफुट पर आ गया है। अब मौनी अमावस्या समेत 4 मुख्य स्नान पर किला घाट से संगम तक नाव का संचालन होगा।
नाविक संघ की ओर से बताया गया कि अर्धकुंभ और माघ मेला में किला घाट से श्रद्धालु नाव से संगम तक जाते थे। इस बार किला घाट से नाव संचालन पर रोक लगा दी गई। सिर्फ सरस्वती घाट या बलुआघाट से नाव चलाने की अनुमति दी गई थी। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ होने पर सुरक्षा का हवाला देते हुए पुलिस-प्रशासन ने पौष पूर्णिमा और मकर संक्रांति पर किला घाट से नाव नहीं चलने दी।
प्रशासन के इस फैसले का नाविकों ने कड़ा विरोध किया था। नाव से संगम तक जाने के लिए पहुंचे श्रद्धालुओं को पैदल ही जाना पड़ा था। इसे लेकर नाविक संघ ने मेला अधिकारी से मुलाकात की। संघ के नेतृत्व में पहुंचे नाविकों ने बताया- इस व्यवस्था से हम हजारों नाविकों के सामने आजीविका का संकट खड़ा हो गया है। CO जल पुलिस रजनीश यादव ने बताया- मेला अधिकारी की ओर से मौखिक निर्देश मिला है कि मुख्य स्नान पर्वों पर किला घाट से नावों का संचालन होगा।
CM योगी ने मौनी अमावस्या पर करीब 8-10 करोड़ श्रद्धालुओं के महाकुंभ में आने की संभावना जताई है। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि रेलवे से कोऑर्डिनेट करके ट्रेनों को चलाएं। मोबाइल नेटवर्क मजबूत करें। हर सेक्टर में 24 घंटे बिजली और पानी की सप्लाई बनाए रखें। घाटों की बैरिकेडिंग करें। हर जिले से बसें चलाएं। साथ ही प्रयागराज में ई-बसें, शटल बसें लगातार चलती रहें।
https://chanakyanewsindiarajasthan.com/