Dholpur// अपना घर आश्रम बाड़ी ने 10 साल से पिछड़े पति को पत्नी से मिलाया

मुख्यालय अपना घर आश्रम भरतपुर से दिनांक 29 दिसंबर 2024 को प्रभु आवासी व्यवस्था अंतर्गत रामलाल प्रभुजी अपना घर बाड़ी आश्रम के लिए स्थानांतरित किए गए । उस समय प्रभुजी की शारीरिक एवं मानसिक स्थिति बहुत ही दयनीय थी आश्रम में प्रभुजी का निरंतर सेवा एवं उपचार किया गया जिससे प्रभुजी की शारीरिक एवं मानसिक स्थिति में सुधार होने लगा। आश्रम प्रभारी राजकुमार गर्ग के द्वारा की गई
काउंसलिंग के दौरान रामलाल वास्तविक नाम मदन प्रभुजी ने केवल अपने गांव का नाम देवपुरा जिला अजमेर बताया गूगल मैप पर सर्च करने पर गांव देवपुरा देवमाली तहसील मसूदा जिला अजमेर में निकला I तत्काल देवपुरा मसूदा के सरपंच के मोबाइल नंबर सर्च कर उनसे संपर्क किया गया और प्रभुजी के बारे में जानकारी दी गई इनका वीडियो एवं फोटो भी भेजा गया। उन्होंने बताया कि यह उनके नजदीक गांव के ही है। उन्होंने इसकी सूचना उनके परिवार वालों को दी इनके जिंदा होने की सूचना पर परिवार में खुशियां छा गई जिस पर इनकी पत्नी राधा एवं पुत्र नरेंद्र आज बाड़ी आश्रम पर आए।
पत्नी राधा ने बताया कि यह 10 साल से घर से लापता है जयपुर और अजमेर जिले के आसपास ढूंढा पर कहीं नहीं मिले पूरा परिवार चिंतित था कि कहां ढूंढे, कहां नहीं ढूंढे मिलेंगे भी या नहीं? 10 साल होने पर हम इनके मिलने की उम्मीद छोड़ चुके थे प्रभु की लीला बड़ी विचित्र है कि आज हमें इनके जिंदा होने का पता चला। परिवार को खोया हुआ सदस्य हमें मिल गया परिवार में खुशियां छा गई। परिवार में दो बेटे दो बेटियां हैं जिनमें से इनके जाने के बाद एक बेटे की शादी हो गई है
आश्रम की आवश्यक कार्यवाही पूर्णकर आश्रम सदस्य मनोज मोदी, गोपाल दास गर्ग उमरेह वाले ने प्रभुजी को तिलक लगाकर और उपरणा पहनाकर अपने घर ( ग्राम – देवपुरा, देवमाली, मसूदा जिला अजमेर राजस्थान) के लिए सकुशल विदा किया। इस अवसर पर आश्रम प्रभारी राजकुमार गर्ग, नितेश प्रजापति, राकेश, नरेश, मनीष कुमार, अमन बघेल इत्यादि सेवा साथी उपस्थित रहे।
धौलपुर से आशीष शर्मा की रिपोर्ट
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