BANSWARA // बांसवाड़ा: 13 करोड़ की साइबर ठगी का पैसा हवाला से दुबई भेजा, गहनों की दुकान संचालक गिरफ्तार

BANSWARA – बांसवाड़ा में 11 खाताधारकों के निष्क्रिय बैंक खातों से साइबर ठगी के 13 करोड़ के लेन-देन मामले में साइबर थाना पुलिस ने एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए बाहुबली कॉलोनी के अविनाश जैन को गिरफ्तार किया है। अविनाश की शहर में गहनों की दुकान है। अमन निष्क्रिय बैंक खातों में साइबर ठगी के रुपए जमा करवाता। जहां बैंक में पूर्व बैंक कर्मचारी दिव्यांशु सोलंकी और उपशाखा प्रबंधक मेगनेश जैन की मदद से फर्जी तरीके से कैश विड्रॉल करवा लिया जाता।

अविनाश ने शुरुआती पूछताछ में इसे कबूलते हुए बताया। कैश मिलने के बाद प्रेम का उसको इंटरनेशनल कॉल आता था। बाद में उसके आदमी आकर रुपए ले जाते थे। दरअसल, अमन बिनेंस एप के जरिये दुबई में प्रेम दोसी USTD (डिजीटल करेंसी) मांगता। फिर अपने बिनेंस एप पर उसे सेलआउट कर देता। आशंका है कि साइबर ठग इसे खरीदते।
साइबर फ्रॉड से प्राप्त रुपयों को फिर मेगनेश और दिव्यांशु की मदद से निष्क्रिय पड़े खातों में जमा करवाया जाता। आशंका है कि इसमें अमन की कमीशन की भूमिका हो सकती है। पुलिस की पकड़ से बचने के लिए भी साइबर अपराधी का यह तरीका इस्तेमाल कर रहे हो इंडिया में क्रिप्टोकरंसी की ट्रेडिंग प्रतिबंधित है। ऐसे में अब साइबर पुलिस संबंधित अप कंपनी से अमन के खातों से किन-किन लोगों ने डिजिटल करेंसी खरीदी इसकी जानकारी जुटा रही है। साइबर थाना प्रभारी की देवी लाल मीणा ने बताया कि अविनाश और रमन से पूछताछ की जा रही है। इस केस में डिजिटल करेंसी का इस्तेमाल साइबर ठगर से प्राप्त रूपों को एक नंबर करने में या साइबर ठगी को दुबई भेजने के लिए इस्तेमाल करने की आशंका है। यह अंतरराष्ट्रीय गिरोह में और कौन-कौन शामिल है इसकी जानकारी जुटा जा रही है।
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बांसवाड़ा से मुकेश पाटीदार की रिपोर्ट
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