ALWAR // अलवर में सिलीसेढ़ योजना के खिलाफ ग्रामीणों का अनिश्चितकालीन धरना, सरकार से 24 करोड़ की योजना पर टकराव

अलवर के लिए मुख्यमंत्री द्वारा बजट घोषित। इस योजना के क्रियान्वयन के लिए प्रशासन द्वारा 5 दिन पूर्व बोरिंग मशीन भेजी गई। क्षेत्र के ग्रामीणों की ओर से इन बोरिंग मशीनों को वापस भेजने के साथ ही अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया गया है। विरोध कर रहे ग्रामीणों से वार्ता के लिए SDM, तहसीलदार और अकबरपुर पुलिस थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे। प्रशासनिक अधिकारियों की ओर से मुख्यमंत्री की बजट घोषणा का हवाला देते हुए बोरिंग करने को लेकर समझाया । लेकिन ग्रामीण किसी भी स्थिति में सिलीसेढ झील और आसपास बोरिंग नहीं करने की मांग को लेकर अड़े रहे।

प्रशासन और ग्रामीणों के बीच काफी देर तक हुई चर्चा के बाद भी कोई सकारात्मक परिणाम नहीं निकले। अकबरपुर, माचडी, पलखड़ी, अलापुर, सावडी, उमरैण, ढहलावास, सिर्रावास, बख्तपुरा, रिंग्सपुरी, सुकल, रोगड़ा, मीणा ढाणी, भाखेडा आसपास के ग्रामीण शामिल है। सिलीसेढ़ योजना के तहत 35 नए नलकूप से प्रतिदिन 125 लाख लीटर पानी उपलब्ध होगा। इस पानी को लगभग 21 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन के द्वारा शहर में लाया जाएगा। इस योजना पर 24 करोड़ रुपए की लागत आएगी। अलवर शहर की जल समस्या के निराकरण के लिए सरकार ने करीब 24 करोड़ रुपए की सिलीसेढ़ योजना को मंजूरी दी है।
सावडी सरपंच अनसब सभा को संबोधित करते हुए कहा कि पेट सरकार 35 बर काटने की बात कर रही है हम 35 इंच भी नहीं काटने देंगे। इसके लिए चाहे कितनी भी कुर्बानी देनी पड़े हम तैयार हैं। सरपंच प्रतिनिधि भाजपा नेता भवेंद्र पटेल ने कहा। सिलीसेढ झील क्षेत्र के किसानों को ध्यान में रखते हुए सरकार ऐसा गलत कदम ना उठाएं। जिसे सरकार को कोई बड़ा नुकसान उठाना पड़े। क्षेत्र की जनता को शहीद होना पड़ेगा या फिर कुर्बानी देनी पड़ेगी फिर भी पानी नहीं ले जाने देंगे।
https://www.instagram.com/chanakyanewsindiaapnorajasthan/?hl=en
https://www.facebook.com/profile.php?id=61566375107356
अलवर से शक्ति शक्ति सिंह प्रजापति की रिपोर्ट
ALWAR // ऑनलाइन सट्टेबाजी गिरोह का भंडाफोड़, 150 करोड़ का लेनदेन उजागर