Jodhpur// आयुर्वेद विश्वविद्यालय द्वारा किया जा रहा देश का प्रकृति परीक्षण
जोधपुर डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय जोधपुर के संकाय सदस्यों ,छात्रों द्वारा देश का प्रकृति परीक्षण अभियान में आम जन का अधिक से अधिक संख्या में प्रकृति परीक्षण किया जा रहा है। कुलपति प्रोफेसर प्रजापति ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री श्रीमान नरेंद्र मोदी के आह्वान पर आयुष मंत्रालय ,भारत सरकार की ओर से देश का प्रकृति परीक्षण अभियान 26 नवंबर 2024 से 25 दिसंबर 2024 तक किया जा रहा है ,
जिसमें विश्वविद्यालय की ओर से अब तक आई आई टी,एम्स, निफ्ट, जे एन वी यू,कृषि विश्वविद्यालय, पुलिस विश्वविद्यालय, महिला महाविद्यालय ,बस स्टैंड ,रेलवे स्टेशन, सिंधी कालोनी स्थित गुरुद्वारा साहिब,निजी छात्रावासों सहित जोधपुर शहर के विभिन्न सार्वजनिक स्थानों सहित आसपास के गांवो में आम जन का मोबाइल ऐप द्वारा प्रकृति परीक्षण किया जा रहा है ।उन्होंने आमजन से आह्वान किया कि शरीर में वात, पित्त एवं कफ हमारी प्रकृति (स्वभाव) का निर्माण करते हैं ।अपने स्वास्थ्य के संरक्षण के लिए सभी को स्वयं की प्रकृति को जानना आवश्यक है ।
देश के आम जन प्रकृति परीक्षण करवा कर अपनी प्रकृति जानकर इस अभियान को सफल बनावे। आयुर्वेद में प्रकृति परीक्षण की सहायता से स्वस्थ व्यक्ति के स्वास्थ्य की रक्षा एवं रोगी व्यक्ति के रोग की चिकित्सा की जाती है।विश्वविद्यालय द्वारा हजारों लोगों का प्रकृति परीक्षण किया जा चुका है ,आगे भी दिनांक 25 दिसंबर 2024 तक इस अभियान के अंतर्गत आयुर्वेद विश्वविद्यालय के चिकित्सकों ,शिक्षकों एवं छात्रों द्वारा सरकारी ,निजी संस्थानों, कार्यालयों ,सार्वजनिक स्थानों पर प्रकृति परीक्षण किया जाएगा ।इस अभियान के सुचारू रूप से संचालन के लिए पोस्ट ग्रैजुएट इंस्टीट्यूट आफ आयुर्वेद के प्राचार्य प्रोफेसर महेंद्र शर्मा को नोडल अधिकारी एवं क्रिया शारीर विभाग के विभागाध्यक्ष एवं मीडिया प्रभारी प्रोफेसर दिनेश चंद्र शर्मा को समन्वयक नियुक्त किया गया है।
रिपोर्टर ,गंगा सिंह परिहार
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