RAJSAMAND // कलक्टर की अध्यक्षता में पंच गौरव की समीक्षा बैठक आयोजित

RAJSAMAND – राजसमंद जिला स्तरीय पंच गौरव समिति की द्वितीय त्रैमासिक समीक्षा बैठक का आयोजन गुरुवार को जिला कलक्टर अरुण कुमार हसीजा की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में किया गया। बैठक में समिति के सदस्य सचिव एवं उप निदेशक, आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग डॉ. पीयूष कुमार भंडारी ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा राजसमंद जिले को पंच गौरव कार्यक्रम के तहत चयनित पाँच गौरवों जैसे-वनस्पति प्रजाति नीम, खेल हॉकी, उपज सीताफल, उत्पाद ग्रेनाइट एवं मार्बल, तथा पर्यटन स्थल कुंभलगढ़ हेतु बजट जारी किया गया है। इन पांचों गौरवों के प्रचार-प्रसार के लिए जिले को कुल 25 लाख रुपये (प्रति गौरव 5 लाख रुपए) की राशि स्वीकृत की गई है।
RAJSAMAND – बैठक में पंच गौरव कार्यक्रम के प्रभावी क्रियान्वयन, बजट उपयोगिता एवं आगामी कार्ययोजना पर विभिन्न विभागाध्यक्षों के साथ विस्तृत चर्चा की गई। इस दौरान जिला कलक्टर एवं समिति अध्यक्ष श्री अरुण कुमार हसीजा द्वारा दिशा-निर्देश प्रदान किए गए। नीम के औषधीय गुणों एवं बहुपयोगी लाभों के बारे में आमजन को जागरूक करने हेतु व्यापक प्रचार-प्रसार करने तथा जिले में अधिकाधिक नीम पौधों के वितरण एवं रोपण के लिए वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग को निर्देशित किया गया। कुंभलगढ़ दुर्ग की ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक विरासत की जानकारी पर्यटकों तक सहजता से पहुँचाने के लिए क्यूआर कोड आधारित निशुल्क मोबाइल ऑडियो गाइड प्रणाली विकसित करने तथा टिकट बुकिंग केंद्र के पास पर्यटक सहायता कियोस्क स्थापित करने के निर्देश पर्यटन विभाग एवं भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग को दिए गए।
RAJSAMAND – जिले के हॉकी खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने हेतु राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों से संवाद कार्यक्रम आयोजित करने, जिले में छिपी खेल प्रतिभाओं की पहचान व उन्हें प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से आईपीएल तर्ज पर जिला स्तरीय हॉकी प्रीमियर लीग प्रतियोगिता आयोजित करने तथा विजेताओं को पुरस्कृत करने के निर्देश खेल एवं युवा मामलात विभाग को प्रदान किए गए। साथ ही हॉकी खिलाड़ियों को दक्ष प्रशिक्षकों से प्रशिक्षण दिलवाने के भी निर्देश दिए गए। सीताफल के रखरखाव, भंडारण एवं प्रोसेसिंग तकनीक की जानकारी किसानों को देने हेतु सीताफल एक्सीलेंसी सेंटर, चित्तौड़गढ़ का भ्रमण करवाने तथा सीताफल के व्यावसायिक लाभों के प्रचार-प्रसार एवं विज्ञापन के लिए कृषि एवं उद्यानिकी विभाग को निर्देश दिए गए। जिले में ग्रेनाइट एवं मार्बल उद्योग को बढ़ावा देने के लिए हाट बाजार एवं म्यूजियम विकसित करने तथा शहर के प्रमुख स्थलों पर कलात्मक मूर्तियों (स्कल्पचर) की स्थापना के निर्देश दिए गए। बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारियों एवं पंच गौरव समिति के सदस्य उपस्थित रहे। बैठक में लिए गए निर्णयों के अनुसार आगामी अवधि में पंच गौरव कार्यक्रम के कार्यान्वयन को और अधिक प्रभावी बनाने की रूपरेखा तय की गई।
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