BIKANER // हिम्मतसर में नाबार्ड और किसान संगठन ने किया पौधारोपण, सहजन के पौधे वितरित

BIKANER

BIKANER // ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत हिम्मतसर में नाबार्ड और मरुधरा जांगलदेश किसान संगठन ने किया सहजन पौधारोपण, ग्रामीणों ने लिया संरक्षण का संकल्प

BIKANER
BIKANER

BIKANER – एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत शनिवार को नाबार्ड के सहयोग से हिम्मतसर गांव में पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित हुआ। इस दौरान नाबार्ड के अधिकारियों और मरुधरा जांगलदेश किसान उत्‍पादक संगठन के सदस्‍यों के साथ ग्रामीणों ने पौधारोपण किया। नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक रमेश तांबिया ने कहा कि ग्रामीणों को सहजन के पौधे वितरित किए गए और इसके चिकित्सकीय गुणों की जानकारी दी गई। साथ ही इसके व्यावसायिक उपयोग के बारे में बताया गया। उन्होंने आह्वान किया कि ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत लगाए गए पौधों की नियमित देखभाल ग्रामीणों द्वारा की जाए।

BIKANER
BIKANER

अग्रणी जिला प्रबंधक लक्ष्मणराम मोडासिया ने कहा कि सहजन के पौधे आर्थिक सशक्ति के साथ स्वास्थ्य के लिए बेहद उपयोगी हैं। ग्रामीणों द्वारा सहजन के पौधारोपण को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रकृति के संरक्षण में पौधारोपण की भूमिका महत्वपूर्ण है। प्रत्येक व्यक्ति को इसे समझना चाहिए। इस दौरान किसान उत्पादक संगठन की परिकल्पना और इसके लाभ की जानकारी दी गई।

किसान उत्‍पादक संगठन के मुख्य कार्यकारी सुशील गाट ने बताया कि नाबार्ड के माध्‍यम से किसानों को सहजन के पौधे लगाने के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रत्येक इच्छुक किसान की एक हजार पौधे उपलब्‍ध करवाये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बीकानेर के प्रत्‍येक गांव में सहजन की खेती को बढ़ावा देना नाबार्ड और किसान उत्‍पादक संगठन की प्राथमिकता है। इस दौरान नाबार्ड और स्‍थानीय ग्रामीणों ने मिलकर पौधारोपण किया और हर घर से मां के नाम एक पौधा लगाने और इसकी सुरक्षा का संकल्प लिया।

https://www.instagram.com/chanakyanewsindiaapnorajasthan/?hl=en

https://www.facebook.com/profile.php?id=61566375107356

https://x.com/rajsthan15735

बीकानेर से जोगेंद्र इंदलिया की रिपोर्ट

BADI // जनसंघ संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर भाजपा ने किया विचार कार्यक्रम

JODHPUR // “अंत्योदय संबल पखवाड़ा शिविर में सीएम-शेखावत का अवलोकन”

CHITTORGARH // “मुहर्रम पर जुलूस, ताजिया और शहादत को सलाम”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *